असम के कामख्या मंदिर के बाद सबसे बड़े शक्तिपीठ के रूप में विख्यात मा छिन्नमस्तिके मंदिर काफी लोकप्रिय मंदिर है।यह मंदिर मनोकामना मंदिर के नाम से विख्यात है।
क्यों नहीं लाए हनुमान जी, माता सीता को…. माता अंजनी को कारण बताया था पवनपुत्र हनुमानजी शिव भगवान के ग्यारहवें अवतार के रूप में सर्वत्र पूजनीय हैं। वे बल
बोधेश्वर महादेव मंदिर की बनावट बेहद खूबसूरत है एवं इसे 15वीं शताब्दी की कलाकृति कही जाती है। मंदिर में स्थापित पंचमुखी शिवलिंग के पत्थर के विषय में ऐसा
केरल के कोट्टायम जिले में तिरुवेरपु या थिरुवरप्पु में श्रीकृष्ण का एक प्रसिद्ध और चमत्कारिक मंदिर है जिसे तिरुवरप्पु श्रीकृष्ण मंदिर कहते हैं। इस मंदिर के संबंध में