पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़िसा तथा पूर्वोत्तर राज्यों में दिवाली के पांच दिनी उत्सव के दौरान कालिका पूजा का प्रचलन है। कई जगहों पर नरक चतुर्दशी के दिन
प्रचलित कथा के मुताबिक कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन समुद्र मंथन से आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। उन्होंने देवताओं को अमृतपान कराकर
क्यों नहीं लाए हनुमान जी, माता सीता को…. माता अंजनी को कारण बताया था पवनपुत्र हनुमानजी शिव भगवान के ग्यारहवें अवतार के रूप में सर्वत्र पूजनीय हैं। वे बल