पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़िसा तथा पूर्वोत्तर राज्यों में दिवाली के पांच दिनी उत्सव के दौरान कालिका पूजा का प्रचलन है। कई जगहों पर नरक चतुर्दशी के दिन
प्रचलित कथा के मुताबिक कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन समुद्र मंथन से आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। उन्होंने देवताओं को अमृतपान कराकर
विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर कंबोडिया में है, जिसका नाम अंकोरवाट मंदिर है । भारत में लाखों-करोड़ों की संख्या में मंदिरें हैं लेकिन क्या आप जानते हैं
असम के कामख्या मंदिर के बाद सबसे बड़े शक्तिपीठ के रूप में विख्यात मा छिन्नमस्तिके मंदिर काफी लोकप्रिय मंदिर है।यह मंदिर मनोकामना मंदिर के नाम से विख्यात है।
क्यों नहीं लाए हनुमान जी, माता सीता को…. माता अंजनी को कारण बताया था पवनपुत्र हनुमानजी शिव भगवान के ग्यारहवें अवतार के रूप में सर्वत्र पूजनीय हैं। वे बल